Ganesh Chalisa Pdf | Ganesh Chalisa in Hindi Pdf

Ganesh Chalisa Pdf : Ganesh Chalisa is a devotional poem written in honour of the Hindu god Ganesha. It is traditionally sung during Ganesha worship, although it is equally popular among Hindus who do not worship Ganesha. The poem comprises 40 verses and is dedicated to Ganesha. It was written in the Awadhi language by Saint Tulsidas and is one of the most renowned Hindu devotional songs.

श्री गणेश चालीसा को ऑफलाइन पाठ करने के लिए आप Ganesh Chalisa Pdf Download कर शाक्तें हैं। आमतौर पर श्री गणेश चालीसा को भगवान गणेश जी की पूजा के दौरान पाठ किया जाता है। गणेश चालीसा को बहुत शक्तिशाली माना जाता है, और ऐसा माना जाता है कि यह पाठ करने से आपके सारे इच्छाएं पूरी करता है और बाधाओं को दूर करता है। यह सौभाग्य और समृद्धि लाने वाला भी माना जाता है। कई हिंदू कठिन समय के दौरान, या जब वे मार्गदर्शन और शक्ति चाहते हैं तो चालीसा का पाठ करते हैं।

गणेश चालीसा एक सुंदर भक्ति गीत है जो आस्था और भक्ति से भरा है। यदि आप शक्ति, मार्गदर्शन या भाग्य चाह रहे हैं, तो गणेश चालीसा का पाठ करने पर विचार करें। घर में पाठ करने के लिए Ganesh Chalisa Pdf डाउनलोड कर शाक्तें है।

Ganesh Chalisa Pdf

Ganesh Chalisa in Hindi Pdf

गणेश चालीसा हिंदी में

!! दोहा !!

जय गणपति सदगुण सदन, कविवर बदन कृपाल ।
विघ्न हरण मंगल करण, जय जय गिरिजालाल ॥

!! चौपाई !!

जय जय जय गणपति गणराजू । मंगल भरण करण शुभः काजू ॥

जै गजबदन सदन सुखदाता । विश्व विनायका बुद्धि विधाता ॥

वक्र तुण्ड शुची शुण्ड सुहावना । तिलक त्रिपुण्ड भाल मन भावन ॥

राजत मणि मुक्तन उर माला । स्वर्ण मुकुट शिर नयन विशाला ॥

पुस्तक पाणि कुठार त्रिशूलं । मोदक भोग सुगन्धित फूलं ॥

सुन्दर पीताम्बर तन साजित । चरण पादुका मुनि मन राजित ॥

धनि शिव सुवन षडानन भ्राता । गौरी लालन विश्व-विख्याता ॥

ऋद्धि-सिद्धि तव चंवर सुधारे । मुषक वाहन सोहत द्वारे ॥

कहौ जन्म शुभ कथा तुम्हारी । अति शुची पावन मंगलकारी ॥

एक समय गिरिराज कुमारी । पुत्र हेतु तप कीन्हा भारी ॥ 10 ॥

भयो यज्ञ जब पूर्ण अनूपा । तब पहुंच्यो तुम धरी द्विज रूपा ॥

अतिथि जानी के गौरी सुखारी । बहुविधि सेवा करी तुम्हारी ॥

अति प्रसन्न हवै तुम वर दीन्हा । मातु पुत्र हित जो तप कीन्हा ॥

मिलहि पुत्र तुहि, बुद्धि विशाला । बिना गर्भ धारण यहि काला ॥

गणनायक गुण ज्ञान निधाना । पूजित प्रथम रूप भगवाना ॥

अस कही अन्तर्धान रूप हवै । पालना पर बालक स्वरूप हवै ॥

बनि शिशु रुदन जबहिं तुम ठाना । लखि मुख सुख नहिं गौरी समाना ॥

सकल मगन, सुखमंगल गावहिं । नाभ ते सुरन, सुमन वर्षावहिं ॥

शम्भु, उमा, बहुदान लुटावहिं । सुर मुनिजन, सुत देखन आवहिं ॥

लखि अति आनन्द मंगल साजा । देखन भी आये शनि राजा ॥ 20 ॥

Ganesh Chalisa Pdf

निज अवगुण गुनि शनि मन माहीं । बालक, देखन चाहत नाहीं ॥

गिरिजा कछु मन भेद बढायो । उत्सव मोर, न शनि तुही भायो ॥

कहत लगे शनि, मन सकुचाई । का करिहौ, शिशु मोहि दिखाई ॥

नहिं विश्वास, उमा उर भयऊ । शनि सों बालक देखन कहयऊ ॥

पदतहिं शनि दृग कोण प्रकाशा । बालक सिर उड़ि गयो अकाशा ॥

गिरिजा गिरी विकल हवै धरणी । सो दुःख दशा गयो नहीं वरणी ॥

हाहाकार मच्यौ कैलाशा । शनि कीन्हों लखि सुत को नाशा ॥

तुरत गरुड़ चढ़ि विष्णु सिधायो । काटी चक्र सो गज सिर लाये ॥

बालक के धड़ ऊपर धारयो । प्राण मन्त्र पढ़ि शंकर डारयो ॥

नाम गणेश शम्भु तब कीन्हे । प्रथम पूज्य बुद्धि निधि, वर दीन्हे ॥ 30 ॥

बुद्धि परीक्षा जब शिव कीन्हा । पृथ्वी कर प्रदक्षिणा लीन्हा ॥

चले षडानन, भरमि भुलाई । रचे बैठ तुम बुद्धि उपाई ॥

चरण मातु-पितु के धर लीन्हें । तिनके सात प्रदक्षिण कीन्हें ॥

धनि गणेश कही शिव हिये हरषे । नभ ते सुरन सुमन बहु बरसे ॥

तुम्हरी महिमा बुद्धि बड़ाई । शेष सहसमुख सके न गाई ॥

मैं मतिहीन मलीन दुखारी । करहूं कौन विधि विनय तुम्हारी ॥

भजत रामसुन्दर प्रभुदासा । जग प्रयाग, ककरा, दुर्वासा ॥

अब प्रभु दया दीना पर कीजै । अपनी शक्ति भक्ति कुछ दीजै ॥ 38 ॥

!! दोहा !!

श्री गणेश यह चालीसा, पाठ करै कर ध्यान ।
नित नव मंगल गृह बसै, लहे जगत सन्मान ॥

सम्बन्ध अपने सहस्त्र दश, ऋषि पंचमी दिनेश ।
पूरण चालीसा भयो, मंगल मूर्ती गणेश ॥

Ganesh Chalisa Pdf in English

Ganesh Chalisa Lyrics in English

!! Doha !!

Jaya Ganapati Sadhguna Sadana,Kavi Vara Badana Kripaala।
Vighna Harana Mangala Karana,Jaya Jaya Girijaa Laala॥

!! Chaupai !!

Jaya Jaya Ganapati Gan Raaju।
Mangala Bharana Karana Shubha Kaaju॥

Jaya Gajabadana Sadana Sukhadaataa।
Vishva Vinaayaka Buddhi Vidhaata॥

Vakra Tunda Shuchi Shunda Suhaavana।
Tilaka Tripunda Bhaala Mana Bhaavana॥

Raajata Mani Muktana Ura Maala।
Svarna Mukuta Shira Nayana Vishaala॥

Pustaka Paani Kuthaara Trishoolam।
Modaka Bhoga Sugandhita Phoolam॥

Sundara Pitaambara Tana Saajita।
Charana Paaduka Muni Mana Raajita॥

Dhani Shiva Suvana Shadaanana Bhraata।
Gauri Lalana Vishva-Vidhaata॥

Riddhi Siddhi Tava Chanvara Sudhaare।
Mushaka Vaahana Sohata Dvaare॥

Kahaun Janma Shubha Kathaa Tumhaari।
Ati Shuchi Paavana Mangala Kaari॥

Eka Samaya Giriraaj Kumaari।
Putra Hetu Tapa Kinha Bhaari॥

Bhayo Yagya Jaba Poorna Anoopa।
Taba Pahunchyo Tuma Dhari Dvija Roopa॥

Atithi Jaani Kai Gauri Sukhaari।
Bahuvidhi Sevaa Kari Tumhaari॥

Ati Prasanna Hvai Tuma Vara Dinha।
Maatu Putra Hita Jo Tapa Kinha॥

Milahi Putra Tuhi Buddhi Vishaala।
Binaa Garbha Dhaarana Yahi Kaala॥

Gananaayaka, Guna Gyaana Nidhaana।
Poojita Prathama Roopa Bhagavana॥

Asa Kahi Antardhyaana Roopa Hvai।
Palana Para Baalaka Svaroopa Hvai॥

Bani Shishu Rudana Jabahi Tuma Thaana।
Lakhi Mukha Sukha Nahin Gauri Samaan॥

Sakala Magana, Sukha Mangala Gaavahin।
Nabha Te Surana Sumana Varshaavahin॥

Shambhu Uma, Bahu Dana Lutavahin।
Sura Munijana, Suta Dekhana Aavahin॥

Lakhi Ati Aananda Mangala Saaja।
Dekhana Bhi Aaye Shani Raaja॥

Ganesh Chalisa PDF

Nija Avaguna Guni Shani Mana Maahin।
Baalaka, Dekhan Chaahata Naahin॥

Giraja Kachhu Mana Bheda Badhaayo।
Utsava Mora Na Shani Tuhi Bhaayo॥

Kahana Lage Shani, Mana Sakuchaai।
Kaa Karihau, Shishu Mohi Dikhaai॥

Nahin Vishvaasa, Uma Ur Bhayau।
Shani So Baalaka Dekhana Kahyau॥

Padatahin, Shani Driga Kona Prakaasha।
Baalaka Shira Udi Gayo Aakaasha॥

Giraja Girin Vikala Hvai Dharani।
So Dukha Dasha Gayo Nahin Varani॥

Haahaakaara Machyo Kailaasha।
Shani Kinhyon Lakhi Suta Ka Naasha॥

Turata Garuda Chadhi Vishnu Sidhaaye।
Kaati Chakra So Gaja Shira Laaye॥

Baalaka Ke Dhada Upara Dhaarayo।
Praana, Mantra Padha Shankara Darayo॥

Naama ‘Ganesha’ Shambhu Taba Kinhe।
Prathama Poojya Buddhi Nidhi, Vara Dinhe॥

Buddhi Pariksha Jaba Shiva Kinha।
Prithvi Kar Pradakshina Linha॥

Chale Shadaanana, Bharami Bhulaii।
Rachi Baitha Tuma Buddhi Upaai॥

Charana Maatu-Pitu Ke Dhara Linhen।
Tinake Saata Pradakshina Kinhen॥

Dhani Ganesha, Kahi Shiva Hiya Harashe।
Nabha Te Surana Sumana Bahu Barase॥

Tumhari Mahima Buddhi Badaye।
Shesha Sahasa Mukha Sakai Na Gaai॥

Mein Mati Hina Malina Dukhaari।
Karahun Kauna Vidhi Vinaya Tumhaari॥

Bhajata ‘Raamasundara’ Prabhudaasa।
Lakha Prayaga, Kakara, Durvasa॥

Aba Prabhu Daya Dina Para Kijai।
Apani Bhakti Shakti Kuchhu Dijai॥

!! Doha !!

Shri Ganesh Yah Chalisa, Path Karai Dhari Dhyan।
Nit Nav Mangal Gruha Bashe, Lahi Jagat Sanman॥

Sambandh Apne Sahstra Dash, Rushi Panchami Dinesh।
Puran Chalisa Bhayo, Mangal Murti Ganesha॥

Ganesh Chalisa PDF

FAQs about Shri Ganesh Chalisa

Q1. गणेश जी की पूजा करने से क्या लाभ होता है? (What is the benefit of worshiping Ganesha?)

कहा जाता है कि जहां भगवान गणेश का वास होता है, वहां पर रिद्धि, सिद्धि, शुभ और लाभ का वास भी होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान गणेश का पूजन करने से सभी विघ्न और बाधाएं समाप्त हो जाते हैं। यदि पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ भगवान गणेश जी की पूजा की जाए तो जीवन की परेशानियों और समस्याओं का समाधान हो जाता है।

Q2. गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए क्या करना पड़ता है? (What needs to be done to please Ganesha)

  • गणेश जी को खुश करने का सबसे सस्ता और आसान उपाय दूर्वा अर्पित करना है। दूर्वा गणेश जी को इसलिए प्रिय है क्योंकि दूर्वा में अमृत मौजूद होता है। गणपति अथर्वशीर्ष में कहा गया गया है कि जो व्यक्ति गणेश जी की पूजा दुर्वांकुर से करता है वो कुबेर के समान हो जाता है। गणेश जी को कम से कम 21 दूब, 2 शमी और 2 बेल पत्र चढ़ाया जाता है। तुलसी जी गणेश जी को नहीं चढ़ाई जाती हैं।
  • गणपति बप्पा को लड्डू खाना बड़ा पसंद हैं। ये उनके प्रिय व्यंजनों में से एक हैं। अगर आपके मन में कोई भी ख्वाहिश हैं तो आप गणेश मंदिर जाकर विघ्‍नहर्ता को लड्डूओं को भोग लगा सकते हैं।
  • सुबह गणेश जी के 12 नाम जपते हुए ही उठें। जो नासिका चल रही हो वही पैर गणेश जी कहते हुए रखें। नहाने के बाद सबसे पहले गणेश जी को जल उत्तर दिशा में अर्पित करें। जल को जल में ही अर्पित करना है। यानि आप जिस जगह जल चढ़ाएं वहां या तो कोई गमला रख दें या पहले से ही पानी को गिरा दें। इसके बाद ही पूर्व में सूर्य नारायण और दक्षिण दिशा में अपने पितरों को जल अर्पित करें।

Q3. गणेश जी का हथियार क्या है? (What is the weapon of Lord Ganesha)

गदा – गदा के माध्यम से गणेश जी निश्चित और आज्ञाकारी हैं और अपने भक्तों के कर्मों को समाप्त कर देते हैं और नए कर्मों को प्रवेश नहीं करने देते हैं।

Q4. घर पर रोजाना गणेश पूजा कैसे करें? (How to do Ganesh puja daily at home)

अपनी पूजा शुरू करने के लिए एक दीपक जलाएं और कुछ फूल चढ़ाकर अपनी पूजा शुरू करें। शुरुआत ‘ॐ गणेशाय नमः’ मंत्र के जाप से करें और इसके बाद गणेश चालीसा का पाठ करें। इसके बाद आरती करें और प्रसाद जैसे लड्डू या मोदक चढ़ाएं. मुझे यकीन है कि अगर आप घर पर गणेश पूजा करेंगे तो आपको कुछ लाभ मिलेगा।

Q5. गणेश की पूजा के बाद हमें क्या मिल सकता है? (What can we get after worshiping Lord Ganesha)

भगवान गणेश भक्तों को सौभाग्य और धन का आशीर्वाद देने के लिए भी जाने जाते हैं। यदि आप समर्पित रूप से भगवान गणेश की पूजा करेंगे, तो आप निश्चित रूप से भाग्य प्राप्त करेंगे और कभी खाली हाथ नहीं लौटेंगे। आपके लिए अपने जीवन में प्रचुर धन और शक्ति की दिशा में काम करना आसान हो जाएगा।