Khatu Shyam Chalisa | Khatu Shyam Chalisa Hindi Lyrics | खाटू श्याम चालीसा

Khatu Shyam Chalisa भगवान श्याम को समर्पित एक भक्ति गीत है। ऐसा माना जाता है कि इस चालीसा का निष्ठा और भक्ति से पाठ करने से जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है।

Khatu Shyam Chalisa में ४० छंद हैं और इसे चार खंडों में विभाजित किया जा सकता है। पहले खंड में १ से १० छंद हैं, जिनमें भगवान श्याम की स्तुति और उनके गुणों का वर्णन है। दूसरे भाग में श्लोक ११ से २० हैं, जो चालीसा पढ़ने के गुणों से संबंधित हैं। तीसरे खंड में श्लोक २१ से ३० हैं, जिसमें भगवान श्यामा द्वारा किए गए चमत्कारों का वर्णन है। चौथे और अंतिम खंड में श्लोक ३१ से ४० हैं, जो भगवान श्याम की भक्ति के महत्व और उनके आशीर्वाद के बारे में बताते हैं।

Khatu Shyam Chalisa का प्रत्येक पद “श्री खाटू श्याम जी की जय” वाक्यांश के साथ समाप्त होता है, जिसका अर्थ है “खाटू के भगवान श्याम की जय”। ऐसा माना जाता है कि भक्ति और विश्वास के साथ चालीसा का पाठ करने से जीवन में सभी इच्छाओं की पूर्ति हो सकती है।

Khatu Shyam Chalisa Hindi Lyrics

खाटू श्याम चालीसा हिंदी में पाठ करें

।। दोहा।।

श्री गुरु चरण ध्यान धर, सुमिरि सच्चिदानन्द।
श्याम चालीसा भजत हूँ, रच चैपाई छन्द।। 1

।। चौपाई ।।

श्याम श्याम भजि बारम्बारा,सहज ही हो भवसागर पारा।
इन सम देव न दूजा कोई, दीन दयालु न दाता होई।। 1

भीमसुपुत्र अहिलवती जाया, कहीं भीम का पौत्र कहाया।
यह सब कथा सही कल्पान्तर, तनिक न मानों इनमें अन्तर।। 2

बर्बरीक विष्णु अवतारा, भक्तन हेतु मनुज तनु धारा।
वसुदेव देवकी प्यारे, यशुमति मैया नन्द दुलारे।। 3

मधुसूदन गोपाल मुरारी, बृजकिशोर गोवर्धन धारी।
सियाराम श्री हरि गोविन्दा, दीनपाल श्री बाल मुकुन्दा।। 4

दामोदर रणछोड़ बिहारी, नाथ द्वारिकाधीश खरारी।
नरहरि रूप प्रहलद प्यारा, खम्भ फारि हिरनाकुश मारा।। 5

राधा वल्लभ रुक्मिणी कंता, गोपी बल्लभ कंस हनंता।
मनमोहन चितचोर कहाये, माखन चोरि चोरि कर खाये।। 6

मुरलीधर यदुपति घनश्याम, कृष्ण पतितपावन अभिराम।
मायापति लक्ष्मीपति ईसा, पुरुषोत्तम केशव जगदीशा।। 7

विश्वपति त्रिभुवन उजियारा, दीनबन्धु भक्तन रखवारा।
प्रभु का भेद कोई न पाया, शेष महेश थके मुनियारा।। 8

नारद शारद ऋषि योगिन्दर, श्याम श्याम सब रटत निरन्तर।
कवि कोविद करि सके न गिनन्ता, नाम अपार अथाह अनन्ता।। 9

हर सृष्टि हर युग में भाई, ले अवतार भक्त सुखदाई।
हृदय माँहि करि देखु विचारा, श्याम भजे तो हो निस्तारा।। 10

कीर पड़ावत गणिका तारी, भीलनी की भक्ति बलिहारी।
सती अहिल्या गौतम नारी, भई श्राप वश शिला दुखारी।। 11

श्याम चरण रच नित लाई, पहुँची पतिलोक में जाई।
अजामिल अरु सदन कसाई, नाम प्रताप परम गति पाई।। 12

जाके श्याम नाम अधारा, सुख लहहि दुख दूर हो सारा।
श्याम सुलोचन है अति सुन्दर, मोर मुकुट सिर तन पीताम्बर।। 13

गल वैजयन्तिमाल सुहाई, छवि अनूप भक्तन मन भाई।
श्याम श्याम सुमिरहुं दिनराती, शाम दुपहरि अरु परभाती।। 14

श्याम सारथी सिके रथ के, रोड़े दूर होय उस पथ के।
श्याम भक्त न कहीं पर हारा, भीर परि तब श्याम पुकारा।। 15

Khatu Shyam Chalisa Audio

रसना श्याम नाम पी ले, जी ले श्याम नाम के हाले।
संसारी सुख भोग मिलेगा, अन्त श्याम सुख योग मिलेगा।। 16

श्याम प्रभु हैं तन के काले, मन के गोरे भोले भाले।
श्याम संत भक्तन हितकारी, रोग दोष अघ नाशै भारी।। 17

प्रेम सहित जे नाम पुकारा, भक्त लगत श्याम को प्यारा।
खाटू में है मथुरा वासी, पार ब्रह्म पूरण अविनासी।। 18

सुधा तान भरि मुरली बजाई, चहुं दिशि नाना जहाँ सुनि पाई।
वृद्ध बाल जेते नारी नर, मुग्ध भये सुनि वंशी के स्वर।। 19

दौड़ दौड़ पहुँचे सब जाई, खाटू में जहाँ श्याम कन्हाई।
जिसने श्याम स्वरूप निहारा, भव भय से पाया छुटकारा।। 20

।। दोहा ।।

श्याम सलोने साँवरे, बर्बरीक तनु धार।
इच्छा पूर्ण भक्त की, करो न लाओ बार।। 1

Khatu Shyam Chalisa Lyrics in English

|| Doha ||

Shree Guru Charan Dhyaan Dhar, Sumiri Sachchidaanand.
Shyaam Chaaleesa Bhajat Hoon, Rach Chaipaee Chhand || 1

|| Chaupai ||

Shyaam Shyaam Bhaji Baarambaara, Sahaj Hee Ho Bhavasaagar Paara.
In Sam Dev Na Dooja Koee, Deen Dayaalu Na Daata Hoee || 1

Bheemasuputr Ahilavatee Jaaya, Kaheen Bheem Ka Pautr Kahaaya.
Yah Sab Katha Sahee Kalpaantar, Tanik Na Maanon Inamen Antar || 2

Barbareek Vishnu Avataara, Bhaktan Hetu Manuj Tanu Dhaara.
Vasudev Devakee Pyaare, Yashumati Maiya Nand Dulaare || 3

Madhusoodan Gopaal Muraaree, Brjakishor Govardhan Dhaaree.
Siyaaraam Shree Hari Govinda, Deenapaal Shree Baal Mukunda || 4

Daamodar Ranachhod Bihaaree, Naath Dvaarikaadheesh Kharaaree.
Narahari Roop Prahalad Pyaara, Khambh Phaari Hiranaakush Maara || 5

Raadha Vallabh Rukminee Kanta, Gopee Ballabh Kans Hananta.
Manamohan Chitachor Kahaaye, Maakhan Chori Chori Kar Khaaye || 6

Muraleedhar Yadupati Ghanashyaam, Krishna Patitapaavan Abhiraam.
Maayaapati Lakshmeepati Eesa, Purushottam Keshav Jagadeesha || 7

Vishvapati Tribhuvan Ujiyaara, Deenabandhu Bhaktan Rakhavaara.
Prabhu Ka Bhed Koee Na Paaya, Shesh Mahesh Thake Muniyaara || 8

Naarad Shaarad Rshi Yogindar, Shyaam Shyaam Sab Ratat Nirantar.
Kavi Kovid Kari Sake Na Ginanta, Naam Apaar Athaah Ananta || 9

Har Srishti Har Yug Mein Bhaee, Le Avataar Bhakt Sukhadaee.
Hrday Maanhi Kari Dekhu Vichaara, Shyaam Bhaje To Ho Nistaara || 10

Keer Padaavat Ganika Taaree, Bheelanee Kee Bhakti Balihaaree.
Satee Ahilya Gautam Naaree, Bhee Shraap Vash Shila Dukhaaree || 11

Shyaam Charan Rach Nit Laee, Pahunchee Patilok Mein Jaee.
Ajaamil Aru Sadan Kasaee, Naam Prataap Param Gati Paee || 12

Jaake Shyaam Naam Adhaara, Sukh Lahahi Dukh Door Ho Saara.
Shyaam Sulochan Hai Ati Sundar, Mor Mukut Sir Tan Peetaambar || 13

Gal Vaijayantimaal Suhaee, Chhavi Anoop Bhaktan Man Bhaee.
Shyaam Shyaam Sumirahun Dinaraatee, Shaam Dupahari Aru Parabhaatee || 14

Shyaam Saarathee Sike Rath Ke, Rode Door Hoy Us Path Ke.
Shyaam Bhakt Na Kaheen Par Haara, Bheer Pari Tab Shyaam Pukaara || 15

Shri Shani Dev Chalisa

Rasana Shyaam Naam Pee Le, Jee Le Shyaam Naam Ke Haale.
Sansaaree Sukh Bhog Milega, Ant Shyaam Sukh Yog Milega || 16

Shyaam Prabhu Hain Tan Ke Kaale, Man Ke Gore Bhole Bhaale.
Shyaam Sant Bhaktan Hitakaaree, Rog Dosh Agh Naashai Bhaaree || 17

Prem Sahit Je Naam Pukaara, Bhakt Lagat Shyaam Ko Pyaara.
Khaatoo Mein Hai Mathura Vaasee, Paar Brahm Pooran Avinaasee || 18

Sudha Taan Bhari Muralee Bajaee, Chahun Dishi Naana Jahaan Suni Paee.
Vrddh Baal Jete Naaree Nar, Mugdh Bhaye Suni Vanshee Ke Svar || 19

Daud Daud Pahunche Sab Jaee, Khaatoo Mein Jahaan Shyaam Kanhaee.
Jisane Shyaam Svaroop Nihaara, Bhav Bhay Se Paaya Chhutakaara || 20

|| Doha ||

Shyaam Salone Saanvare, Barbareek Tanu Dhaar.
Ichchha Poorn Bhakt Kee, Karo Na Lao Baar || 1

FAQs of Shri Khatu Shyam Chalisa

Q1. Khatu Shyam Chalisa पाठ करने के फायदे? (Benefits of reciting Khatu Shyam Chalisa)


नियमित रूप से खाटू श्याम चालीसा का जाप करने से आंतरिक शांति और सद्भाव को बढ़ावा मिलता है। यह दावा किया जाता है कि भगवान अपने अनुयायियों को शांति प्रदान करते हैं और उन्हें चिंता और तनाव पर काबू पाने में सहायता करते हैं।

Q2. खाटू श्याम जी की सेवा कैसे करें? (How to serve Khatu Shyam Ji)

खाटू श्याम जी का उपाय करने के लिए सबसे पहले उनकी प्रतिमा को किसी भी साफ़ जगह पर साफ वस्त्र पर स्थापित कर ले. इसके पश्चात पुष्प, धूपदीप, अगरबत्ती, प्रसाद, भोग, पंचामृत आदि को तैयार करकर रख ले. अब खाटू श्याम जी की प्रतिमा को पंचामृत से स्नान करवाए

Q2: श्री खाटू श्याम जी का क्या चमत्कार है? (what is the miracle of shri khatu shyam ji)

 
मान्यताओं के अनुसार, कहा जाता है कि कलियुग के शुरुआत में राजस्थान के सीकर के खाटू गांव में बर्बरीक का शीश मिला था। कहा जाता है कि ये अद्भुत घटना जब घटी जब वहां खड़ी एक गाय के थन से अपने आप दूध बहने लगा। वहीं, इसे देख वहां की जगह को खोदा गया तो यहां खाटू श्याम का सिर मिला।

Q3. खाटू श्याम जी के गुरु कौन थे? (Who was the guru of Khatu Shyam ji?)

कुछ कहानियों के अनुसार बर्बरीक सूर्यवर्चा नामक यक्ष थे, जिनका पुनर्जन्म एक मानव के रूप में हुआ था। बर्बरीक गदाधारी भीमसेन का पोता और घटोत्कच के पुत्र थे। इनके गुरु श्री कृष्ण थे और बर्बरीक भगवान शिव के परम भक्त थे।

Q4: क्या हम खाटू श्याम जी के दर्शन कर सकते हैं? (Can we visit Khatu Shyam ji?)

खाटू श्याम बाबा के दर्शन आप दो प्रकार से कर सकते है पहला बाबा के दरबार में जाकर और दूसरा आप घर बैठे ऑनलाइन तरीके से। कोरोना महामारी के कारण खाटू श्याम बाबा के अधिक लोग दर्शन नहीं कर पाते थे। इस कारण से सरकार ने खाटू श्याम के ऑनलाइन दर्शन करने की सुविधा उपलब्ध करवा दी हैं।

Q5. खाटू श्याम जी को क्या चढ़ता है? (khatu shyam ji bhog Prasad)

गाय के कच्चे दूध को सबसे पहले ग्रहण करने की वजह से इसे बाबा श्याम का सबसे पहला और प्रिय भोग प्रसाद माना जाता है। अगर आप जब भी खाटू धाम बाबा के दर्शन करने जाएं तब अगर संभव हो सके तो मंदिर में प्रसाद के रूप में गाय का कच्चा दूध जरूर चढ़ाएं।